पीला पेशाब का घरेलू इलाज, कारण, लक्षण पूरी जानकारी

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पीला पेशाब का घरेलू इलाज, पेशाब का रंग हमारे शरीर में हो रहे बदलाव को दर्शाता है। अगर आपके भी पेशाब का रंग पीला है तो इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकि मूत्र का बदला रंग आपके शारीर की कुछ स्थितियों का संकेत हो सकता है। इस लेख में, हम जानेंगे पेशाब का पीला होने के कारण और उसके घरेलू इलाज।

पीले पेशाब का कारण (पीला पेशाब का घरेलू इलाज)

पीला पेशाब का घरेलू इलाज, देखा जाए तो पीला पेशाब (पीला पेशाब का घरेलू इलाज) कई कारणों से हो सकता है और इसका सीधा संबंध व्यक्ति की स्वास्थ्य स्तिति और लाइफस्टाइल से हो सकता है। एक सामान्य कारण, जो अक्सर देखा जाता है, है कम पानी पीना भी हो सकता है । पानी की कमी के कारण पेशाब का रंग पीला हो सकता है। अगर किसी के शरीर में उचित मात्रा की पानी नहीं है, तो पेशाब का रंग पीला हो सकता है।

1. पानी की कमी

पानी की सही मात्रा हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है, और इसकी कमी से पेशाब का रंग पीला हो सकता है। सही मात्रा में पानी पीना शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और पेशाब का रंग भी सही बनाए रखता है। इसलिए, रोजाना सही मात्रा में पानी पीना आपके सेहत के लिए फायदेमंद है

2. शरीर में इंफेक्शन

शरीर में इंफेक्शन होने पर पेशाब का रंग पीला हो सकता है। इंफेक्शन के कारण पेशाब में रंग में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं क्योंकि शरीर में इंफेक्शन पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं होती है। इसमें पेशाब में पैरामिलिटरी रेक्शन्स और इंफ्लेमेटरी स्टेटस के कारण पेशाब का रंग पीला हो सकता है

3. विटामिन बी की कमी

विटामिन बी की कमी से पेशाब का रंग पीला हो सकता है, इसलिए विटामिन बी से भरपूर भोजन का सेवन करना जरूरी है। इसके अलावा, धूप से मिलने वाला विटामिन डी भी पेशाब के रंग को सही बनाए रखने में मदद कर सकता है। विटामिन बी कुछ मुख्या स्रोत हैं अंडों, मांस, दूध, दाल, और दूसरे प्रोटीन से भरपूर आहार। इसलिए, इन आहारों को सही मात्रा में शामिल करना पेशाब के स्वस्थ रंग को ठीक कर सकता है।

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4. बदला खानपान और दवाएँ

खानपान में बदलाव और नई दवाई का इस्तेमाल भी पेशाब के रंग को पीला कर सकता है। कई आहार और दवाएँ पेशाब के रंग में बदलाव का कारण बन सकते हैं, और इसलिए हमेशा अगर कोई नई दवा लेने की जरूरत है, तो डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है और जिन लोगों को पहले से किडनी समस्याएं या दूसरी कोई स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उन्हें अपने चिकित्सक से सलाह लेकर ही दवाई इस्तेमाल करनी चाहिए।

ग्लैब्लैडर से संबंधित समस्याएँ

ग्लैब्लैडर से संबंधित समस्याएँ से भी पेशाब का रंग पीला हो सकता है, जैसे कि स्टोन्स या इंफेक्शन, पेशाब के रंग में बदलाव का कारण बन सकती हैं। ग्लैब्लैडर इंफेक्शन बैक्टीरियल आक्रमण के कारण हो सकता है और इससे पेशाब में पीलापन आ सकता है, जिसे पेशाब का रंग पीला होने के साथ बदबू भी आ सकती है।

पीला पेशाब का घरेलू इलाज

शरीर में पर्याप्त पानी की मात्रा का होना पीला पेशाब का घरेलू इलाज में सबसे जरूरी है। रोजाना से आठ से दस गिलास पानी पीना शरीर को ताजगी में रखता है और पेशाब को सही रंग में रखता है। विटामिन बी से भरपूर आहार, जैसे दूध, अंडे और धूप से मिलने वाला विटामिन डी भी मदद कर सकते हैं। पेशाब से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए अच्छे हैबिट्स और साफ सफाई भी आवश्यक हैं।

1. ज्यादा पानी पियें

रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना शरीर के सही कार्यों के लिए बहुत जरूरी है। पानी से हमारा शरीर हाइड्रेटेड रहता है और यह पेशाब के रंग को सही बनाए रखने में मदद करता है। पानी की कमी से पेशाब का रंग पीला हो सकता है और शरीर के कई कार्यों को प्रभावित कर सकता है। सही मात्रा में पानी पीना आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है और आपको पानी की कमी से होने वाली समस्याओं से बचाता है।

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2. विटामिन बी से भरपूर खानपान

अगर पेशाब का रंग लंबे समय से पीला है, तो विटामिन बी से भरपूर खानपान एक सही दिशा हो सकती है। विटामिन बी, विशेषकर बी2 (रिबोफ्लेविन) और बी6 (पाइडॉक्सीन) की कमी पेशाब के रंग को पीला बना सकती है। इसलिए, अंडे, दूध, और धूप से मिलने वाला विटामिन डी को आपके आहार में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है और पेशाब के संबंधित समस्याओं को सुधारने में मदद कर सकता है।

3. प्याज का रस पियें

प्याज का रस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी के कारण इसे स्वास्थ्य के लाभकारी माना जाता है। हाँ, यह सच है कि प्याज का रस पेशाब के संबंधित समस्याओं में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं और पेशाब के रंग को सामान्य बना सकते हैं।

4. शराब और तंबाकू का परहेज

अल्कोहल और तंबाकू का सेवन करना शरीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, और इससे पेशाब के संबंधित समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। अल्कोहल का अधिक सेवन किडनी को प्रभावित करता है जिससे पेहेब का रंग पीला हो जाता है और तंबाकू का सेवन किडनी स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकता है, जिससे पेशाब में परिवर्तन हो सकता है।

5. तरबूज का जूस

पीला पेशाब का घरेलू इलाज, तरबूज का रस पीने से पेशाब के इलाज में कुछ हद तक मदद मिल सकती है, क्योंकि इसमें अनेक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक हो सकते हैं। तरबूज में भरपूर मात्रा में पानी, विटामिन, और खनिज होते हैं, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं

FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न: पेशाब का रंग कैसा होना चाहिए?

उतर: वैसे तो स्वस्थ पेशाब का रंग हल्का पीला होता है। इसमें हल्का पीला या बिल्कुल पानी का रंग होना सामान्य है। यदि पेशाब का रंग ज्यादा पीला है तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।देखा जाए तो यह भी ध्यान देने वाली बात है कि पेशाब का रंग व्यक्ति के पानी पीने की आदत पर निर्भर करता है उचित मात्रा में पानी पीना और स्वस्थ लाइफ स्टाइल अपनाना इसमें मदद कर सकता है।

प्रश्न: सुबह पीला पेशाब आना?

उतर: सुबह पीला पेशाब आने पर कई तरह के संकेत हो सकते है, और इस कंडीशन के कई कारण हो सकते हैं। एक सामान्य कारण है पूरे रात के दौरान शरीर में जमा हुआ एक्सट्रा पानी जिसे सुबह निकाला जाता है। यह आमतौर पर स्वस्थ शरीर की प्रक्रिया है और इसमें चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है।

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हालांकि, कई बार पीला पेशाब आना इसमें किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। किडनी समस्याएं, मूत्राशय संक्रमण, डायबीटीज, या बदलते हुए हारमोनल स्तर इस कंडीशन का कारण बन सकते हैं।

प्रश्न: बार बार पेशाब क्यों आता है?

उतर: बार-बार पेशाब आने से डेली लाइफ में समस्या हो सकती है, अगर यह प्रॉब्लम लगातार बानी रहती है तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। पहला कारण हो सकता है शरीर में ज्यादा पानी की मात्रा जिसे शरीर मूत्रमार्ग के रस्ते से बाहर निकालता है। इसके इलावा डायबीटीज जैसी समस्याएं भी इसका एक कारण हो सकती है।

दूसरा, मूत्रमार्ग में होने वाली किसी समस्या की वजह से भी हो सकता है, जैसे कि मूत्रमार्ग की सूजन या इंफेक्शन। तीसरा कारण हो सकता है बदलते हुए हारमोनल स्तर, जो महिलाओं में गर्भावस्था या मेनोपॉज, और पुरुषों में बढ़ते उम्र के साथ आ सकता है।

प्रश्न: बार बार पेशाब क्यों आता है?

पेशाब के बाद भी पेशाब आना एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, जिसे मेडिकल भाषा में ‘पोस्ट-मिक्चर’ कहा जाता है। यह कंडीशन अक्सर कई कारणों से हो सकती है, एक सामान्य कारण है मूत्राशय में दबाव जिससे बचा हुआ पेशाब आने में प्रॉब्लम हो सकती है।

यह सकंडीशन ज्यादा उम्र वाले लोगों में अधिक देखने को मिलती है और उम्र के साथ साथ बढ़ सकती है। अन्य कारणों में मूत्रमार्ग में संघटन, गुर्दे की समस्याएं, या सूजन शामिल हो सकती हैं। अगर यह प्रॉब्लम (पेशाब के बाद भी पेशाब आना) बनी रहती है या लक्षण गंभीर होते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

डिस्क्लेमर:

इस ब्लॉग में मौजूद किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Upayehealth.com इस जानकारी के लिए किसी भी तरह की जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है। कृपया अपनी समझदारी से काम लें।

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