नसों में गैस बनना कारण, लक्षण, उपचार और बचाव

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नसों में गैस बनना, हमारे शरीर में नसों में गैस भर जाना बहुत आम है। यह समस्या ज्यादात लोगों के खराब जीवनशैली या खराब खानपान के कारण पेट में गैस बन सकती है, लेकिन यह शरीर के दूसरे भागों में भी बन सकती है। नसों में गैस बनना, मेडिकल टर्म में “एयर एम्बोलिज्म” का एक उदाहरण है।

यह समस्या नसों में गैस बनना (air embolism) गंभीर है क्योंकि नसों में गैस शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकती है और ब्लॉकेज की समस्या पैदा कर सकती है। चलो जानते हैं नसों में गैस बनने के कारण और इससे बचने के तरीके।

नसों में गैस बनने के कारण

1 . हवा का ज्यादा प्रवेश: अगर हम ज्यादा गहरी साँस लेते हैं या फिर अनियमित तरीके से साँस लेते हैं, तो नसों में हवा इकठी हो सकती है।

2. फेफड़ों में स्ट्रोक: अगर किसी को फेफड़ों में स्ट्रोक हो जाता है, तो उस व्यक्ति को गैस की समस्या हो सकती है।

3. इंजेक्शन के दौरान हवा का प्रवेश: कई बार जब हमें इंजेक्शन लगाया जाता है, तो उस समय हवा भी शरीर में प्रवेश कर सकती है, जिससे नसों में गैस बन सकती है।

4. स्कूबा डाइविंग: जब हम स्कूबा डाइविंग करते हैं, तो हम बहुत गहरी गहराई में जाते हैं और इससे शरीर में हवा का ज्यादा प्रवेश हो सकता है, जिससे नसों में या फेफड़ों में गैस बनने की समस्या हो सकती है।

5. अनियमित खानपान: अगर हम अनियमित तरीके से खाना खाते हैं या अच्छे और स्वस्थ आहार का सेवन नहीं करते, तो इससे भी नसों में गैस की समस्या हो सकती है।

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नसों में गैस बनने से क्या होता है?

नसों में गैस बनना (air embolism) कई समस्याएं पैदा कर सकता है जो किसी भी व्यक्ति के जीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती हैं। यह समस्या उनके डेली रूटीन में रूकावट खड़ी कर सकती है। नसों में गैस के कारण, व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है इसके साथ ही, नसों में गैस बनना के कारण शरीर के अन्य हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है, जिससे हाथ-पैरों का सुनन होना या दर्द का अनुभव हो सकता है।

इससे व्यक्ति को चलने, बैठने या आम काम करने में तकलीफ होती है। ज्यादा गंभीर मामलों में, गैस की समस्या ब्लड सर्कुलेशन में ब्लॉकेज का कारण बन सकती है, जो गंभीर बिमारियों का कारण बन सकती है।

नसों में गैस बनने पर क्या करें और क्या न करें?

नसों में गैस (gas in the veins) बनने पर पहली बात यह है कि हम इस समस्या के मूल कारणों को समझें और उन्हें दूर करने के लिए आवश्यक उपायों को करें। नियमित और स्वस्थ भोजन पर पहले ध्यान देना चाहिए। तले हुए, ज्यादा मसालेदार और तली हुई भोजन से हमेशा बचना चाहिए। हमें नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, जो नसों में गैस बनना कम कर सकता है और हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।

नसों में गैस बनना गैस से बचने के लिए हमें हर दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और फाइबर से भरपूर भोजन खाना चाहिए। हमें तेल, मिठाई और प्रोसेस्ड भोजन की जगह फल, सब्जियां और अनाज खाना चाहिए। रात का खाना हल्का होना चाहिए और खाने के बाद आधा घंटा तक सीधे नहीं लेटना चाहिए।

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नसों में गैस बनने का इलाज क्या है?

उम्र कोई भी हो नसों में गैस (nason mein gas ka ilaj) बनना एक आम समस्या है। इस समस्या के कारण पेट में दर्द, तनाव और बाहरी लक्षण हो सकते हैं। खानपान में गलतियाँ, अनियमित भोजन और स्वस्थ जीवनशैली की कमी गैस बनने के कई कारण हैं। यहाँ हम नसों में गैस के 7 इलाज बताएंगे।

1 . खाने की आदतों में सुधार: तली हुई, मसालेदार और बहुत तेल से बरे भोजन से बचें।

2. पर्याप्त मात्रा में पानी: रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पेट से गैस निकलने में मदद मिलती है।

3. नियमित अभ्यास: योग और प्राणायाम गैस की समस्या को कम कर सकते हैं।

4. समय-समय पर भोजन: रात को हल्का खाना खाने और लगातार हल्का फुल्का खाना खाने से गैस की समस्या में सुधार हो सकता है।

5. ज्यादा सब्जियां और फल: फल और सब्जी भरपूर फाइबर के कारण पाचन को बेहतर बनाए रख सकते हैं।

6. पेट को रखें साफ़: नियमित रूप से, खासकर भोजन के बाद, पेट को साफ करना बहुत जरूरी है।

7. स्ट्रेस न लें: स्ट्रेस को कम करें और स्ट्रेस काम करने के लिए रोजाना ध्यान, योग और आराम की जरूरत है।

नसों में गैस हो तो क्या खाना चाहिए?

नसों में गैस (gas problem in hindi) होने पर आपके खानपान में सुधार करके आप राहत पा सकते हो और निचे हम आपको 6 आहार बताये हैं जो नसों में गैस बनना को कम कर सकते हैं

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1. हरी पत्तेदार सब्जियाँ: नसों में गैस को कम करने में पालक, मेथी, टमाटर, धनिया, पुदीना और गोभी जैसी हरी सब्जियाँ मदद करती हैं।

2. फलों का सेवन: अनार, सेब, आम और केला जैसे फल नसों में गैस को कम कर सकते हैं।

3. दाल और ब्राउन राइस : दालें, ब्राउन राइस, ओट्स में मौजूद फाइबर नसों को स्वस्थ रखते हैं और गैस की समस्या को कम करते हैं।

4. जल जीरा: जीरा पानी पीने से भोजन को अच्छी तरह से पचाया जा सकता है और गैस की समस्या दूर होती है।

5. पानी की सही मात्रा: रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीना गैस की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।

6. लहसुन और अदरक: लहसुन और अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होने से गैस की समस्या कम हो सकती है।

निष्कर्ष

नसों में गैस बनना, गैस की समस्या नसों में आम हो सकती है, लेकिन इसका सही समय पर पता लगाना और उपचार करना जरूरी है। यदि आपको इस समस्या से कोई भी चिंता है, तो आपको अपने डॉक्टर से तुरंत परामर्श लेना चाहिए। सही आहार और पोषण, नियमित व्यायाम और योग का अभ्यास करें, यदि आप इस समस्या को स्वतंत्र रूप से हल करना चाहते हैं।

साथ ही, हमेशा अच्छी नींद लें और तनाव को कम करने की कोशिश करें।ध्यान दें कि इस ब्लॉग में (नसों में गैस बनना) बताए गए किसी भी उपाय को अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह लें।

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