Flesh Eating Bacteria Symptoms in Hindi: हाल के दिनों में जापान में त्राहि-त्राहि का माहौल है क्योंकि जापान में एक बहुत ही खतरनाक संक्रमण फैल रहा है जिसे स्ट्रेप्टोकोकल टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (STSS) कहा जाता है। इसे ‘मांस खाने वाला बैक्टीरिया’ भी कहते हैं क्योंकि यह मांसपेशियों के टिश्यू में प्रवेश करके उन्हें नष्ट करने लगता है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस संक्रमण से सिर्फ 48 घंटों के भीतर व्यक्ति की मौत हो सकती है। इस ब्लॉग (Flesh Eating Bacteria Symptoms in Hindi) में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि कैसे आप इस खतरनाक संक्रमण के शिरुआती लक्षणों और गंभीर लक्षणों को पहचानकर चिकित्सीय सहायता ले सकते हैं।
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STSS संक्रमण का मौजूदा हाल (Current Status of STSS Virus)
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फेक्शस डिजीज के अनुसार, जापान में इस जानलेवा वायरस के मामले एक हजार के करीब पहुँच चुके हैं और अब तक 77 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले साल लगभग 900 मामले दर्ज किए गए थे। यह संक्रमण किसी को भी प्रभावित कर सकता है और इसकी वजह से जापान सहित पूरी दुनिया में डर का माहौल बन गया है।
STSS क्या है? (What is STSS Virus)
एसटीएसएस एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण है। यह आमतौर पर स्टैफिलोकोकस ऑरियस (स्टैफ) बैक्टीरिया के कारण होता है, लेकिन ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया भी इसे फैला सकते हैं। माना जाता है कि ये बैक्टीरिया शरीर में जहरीले पदार्थ छोड़ते हैं, जो गंभीर सूजन, टिश्यू को डैमेज करना और असहनीय दर्द पैदा कर सकते हैं।
यह संक्रमण है जानलेवा (This Virus is fatal)
एसटीएसएस को जानलेवा माना जाता है क्योंकि इससे गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, एसटीएसएस शरीर के किसी भी हिस्से को बर्बाद कर सकता है, जिससे बचाव के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। संक्रमित अंग को निकालना पड़ सकता है। इलाज के बाद भी ये हालत जानलेवा हो सकते है। CDC के आंकड़ों के मुताबिक, एसटीएसएस से पीड़ित 10 लोगों में से 3 लोगों की मौत हो जाती है।
STSS वायरस कैसे करता है शरीर में प्रवेश (How does STSS virus enter the body)
ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस के बैक्टीरिया कई तरीकों से शरीर में घुस सकते हैं। अगर त्वचा में किसी तरह का कट, घाव, सर्जिकल घाव या कोई दूसरी चोट है, तो यह बैक्टीरिया प्रवेश कर सकता है। इसके अलावा, यह गला, नाक और योनि मार्ग के जरिये भी प्रवेश कर सकता है। एसटीएसएस के लक्षण तेजी से महसूस होने लगते हैं और कुछ ही घंटों या दिनों में बढ़ जाते हैं।
एसटीएसएस (मांस खाने वाला बैक्टीरिया) वायरस के शुरआती लक्षण (Flesh Eating Bacteria Symptoms in Hindi)
- बुखार और ठंड लगना: तेज बुखार होना एसटीएसएस का मुख्य लक्षण है। इसके साथ ठंड लगना और बहुत पसीना आना भी हो सकता है।
- ब्लड प्रेशर में गिरावट: अचानक ब्लड प्रेशर में गिरावट जिससे चक्कर आना और बेहोशी हो सकती है। यह लो ब्लड प्रेशर तेजी से शॉक में बदल सकता है।
- पेट से जुड़ी समस्याएं
- मिचली और उल्टी: संक्रमित व्यक्ति को मिचली आना और उल्टी होना।
- दस्त: दस्त, जो पानीदार या खूनी हो सकता है।
- पेट में दर्द: पेट में तेज दर्द हो सकता है।
- मांसपेशियों में दर्द: पूरे शरीर में तेज दर्द हो सकता है जो मांसपेशियों में खिंचाव जैसा महसूस हो सकता है।
मांस खाने वाला बैक्टीरिया वायरस के गंभीर लक्षण (Serious symptoms of flesh-eating bacteria virus)
- लाल चकत्ते: शरीर पर सनबर्न जैसा लाल चकत्ते दिखाई दे सकते हैं जो पूरे शरीर में फैल सकते हैं और कुछ दिनों बाद छिल सकते हैं।
- किडनी, लीवर और फेफड़ों को नुकसान: इससे किडनी डैमेज हो सकती है जिससे पेशाब कम आना या किडनी पूरी तरह से काम करना बंद कर देती है। लीवर खराब होने पर पीलिया के लक्षण महसूस हो सकते हैं। फेफड़े प्रभावित होने पर सांस लेने में तकलीफ हो सकती है और मशीन की मदद से सांस लेने की जरूरत पड़ सकती है।
- दिल और दिमाग की हालत खराब: यह संक्रमण दिल पर भी अटैक कर सकता है जिससे दिल से जुड़ी समस्याएं जैसे अनियमित दिल की धड़कन और हार्ट फेलियर हो सकता है। दिमाग तक कम खून पहुंचने या सीधे टॉक्सिन के असर से भ्रम, दिशा भूल जाना और उन्माद जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
24-48 घंटे बाद महसूस हो सकते हैं ये लक्षण (These symptoms can be felt after 24-48 hours)
लो ब्लड प्रेशर या हाइपोटेंशन
तेजी से सांस लेना (टैचीपनिया)
तेज दिल की धड़कन (टैचीकार्डिया)
अंगों का काम करना बंद कर देना जिसे ऑर्गन फेलियर भी कहते हैं।
एसटीएसएस की जांच और इलाज (STSS Diagnosis and Treatment)
एसटीएसएस की जांच का कोई खास तरीका नहीं है, लेकिन डॉक्टर ग्रुप ए स्ट्रेप संक्रमण की जांच के लिए आपका ब्लड टेस्ट कर सकते हैं। अगर आपको ग्रुप ए स्ट्रेप संक्रमण है, साथ ही आपका ब्लड प्रेशर कम है या एक या एक से ज्यादा अंगों में समस्या है, तो डॉक्टर इस संक्रमण की पुष्टि कर सकते हैं। एसटीएसएस के इलाज के लिए डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक्स दे सकते हैं। मरीजों को अक्सर नसों के रास्ते तरल पदार्थ भी दिए जाते हैं। सदमे और अंगों को काम करने में मदद के लिए भी दूसरे इलाज किए जा सकते हैं। कुछ मरीजों को संक्रमित ऊतक को निकालने के लिए सर्जरी की जरूरत हो सकती है।
निष्कर्ष
इस ब्लॉग (Flesh Eating Bacteria Symptoms in Hindi) में विस्तार से बताया गया है कि कैसे एसटीएसएस एक गंभीर और खतरनाक संक्रमण है, जो तेजी से फैलता है और समय पर इलाज न मिलने पर जानलेवा हो सकता है। अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को एसटीएसएस के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें और किसी भी संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें।
डिस्क्लेमर
यह लेख (Flesh Eating Bacteria Symptoms in Hindi) केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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